अध्यात्म के विषय से आनंद दायक इस जगत में और कुछ नहीं है। अध्यात्म का क्षेत्र सागर की गहराई से भी अधिक व्यापक है।
व्यावहारिक जगत और आधुनिक युग ग्रहण के प्रभाव को वहीं तक परिसीमित मानता है जहां पर ग्रहण दृष्टिगोचर होता है। सूतक काल भी वहां
मस्कुलर डिस्को ऐसा असाध्य रोग है जो कि आधुनिक मेडिकल जगत के रिकोर्ड में लाइलाज है। इस रोग के शिकार व्यक्ति के मसल्स की
“आयुर्विज्ञान के रहस्य” कार्यक्रम की शुरुवात सन 2002 में आस्था चैनल पर की गई, इस प्रोग्राम पर परम पूज्य गुरुदेव महाब्रह्मऋषि श्री कुमार स्वामी