आषाढ़ मास की पूर्णिमा गुरु के चरणों में समर्पित होकर कृतज्ञता प्रकट करने का ऐसा दिवस है जो कालचक्र की सभी तिथियों से सर्वोच्च
परम पूज्य सद्गुरुदेव जी ने कहा कि आपने देखा होगा कि मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे में गुंबद होते हैं। ये गुंबद गोलाकार होते हैं
नवग्रहों का मानवजीवन पर व्यापक प्रभाव पड़ता है। मानव जीवन इन नवग्रहों की दशा व ग्रहदोष के दुष्प्रभाव के कारण रोगों से ग्रस्त हो
प्रायः ऐसा देखा जाता है कि रात किसी पार्टी में गए और अगले सुबह उठे तो पेट बहुत भारी-भारी होता है। खट्टी डकारें, सीने
प्राचीन काल में एक धनवान व्यक्ति एक ब्रह्मवेत्ता संत के आश्रम में पहुंचा और उनके चरणों में प्रणाम करके आश्रम में स्थान देने की
व्यावहारिक जगत और आधुनिक युग ग्रहण के प्रभाव को वहीं तक परिसीमित मानता है जहां पर ग्रहण दृष्टिगोचर होता है। सूतक काल भी वहां
India has always boasted of a rich tradition in the area of learning and education since ancient times. It is well known that people
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