गुरुदास : परम पूज्य गुरुदेव, हमारे दुःखों, कष्टों का मूल मन है, इसे नियंत्रित करने के लिए बहुत सी विधियां अपनाई जा रही हैं।
गुरुदास : परम पूज्य गुरुदेव, इष्टदेव के दर्शन आमने-सामने कैसे हो सकते हैं? परम पूज्य गुरुदेव : आपका प्रश्न अति उत्तम है। इस जगत
गुरुदास : परम पूज्य गुरुदेव, क्या सगुण परमेश्वर की भक्ति से हम सांसारिक भोग या आनंद प्राप्त कर सकते हैं? क्या हमें इससे मोक्ष
गुरुदास : परम पूज्य गुरुदेव, आमतौर पर यह देखने में आता है कि जो व्यक्ति धनी नहीं है, वह अधिक सात्विक रहता है, उसकी
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