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प्रेस विज्ञप्ति – रायपुर समागम, 4 – 5 मार्च 2023

रायपुर। अति आधुनिक शहर रायपुर के अमर मैरिज पैलेस में 4-5 मार्च 2023 को आयोजित होने वाले प्रभु कृपा दुख निवारण समागम की चर्चा जोरों पर है। छत्तीसगढ़ राज्य की राजधानी होने के साथ-साथ औद्योगिक और व्यापारिक केन्द्र रायपुर में निवास करने वाले लोग अपनी व्यस्ततम जीवनशैली के कारण दुखों, कष्टों व समस्याओं से घिरे रहते हैं। जब भी इन्हें परम पूज्य सद्गुरुदेव जी के आगमन के विषय में समाचार मिलता है तो ये बहुत ही उत्सुकता से इनके आगमन की प्रतीक्षा करते हैं। इस समागम के प्रति श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। इस समागम की तैयारियां बहुत जोर-शोर से चल रही हैं। श्रद्धालु भाई-बहनों में अपार उत्साह देखने को मिल रहा है। समागम आयोजक समिति के कार्यकर्ताओं ने बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगा दिए हैं। बड़े-बड़े पोस्टर भी पूरे शहर में लगा दिए गए हैं। समागम आयोजन स्थल पर पहुंचने वाले मार्गों के दोनों तरफ रंगीन झंडियां लगाई गई हैं। यहां की सभी की धर्मशालाएं, होटल, लॉज, यात्री निवास लगभग भरते जा रहे हैं। समागम आयोजन स्थल के मार्गों पर चहल-पहल देखी जा सकती है। भगवान श्री लक्ष्मी नारायण धाम के समागम आयोजकों ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी संख्या में आने को मद्देजर रखते हुए विशेष प्रबंध किए हैं।

सेवा समिति के सदस्यों ने बताया कि परम पूज्य सद्गुरुदेव जी को महान ‘महाब्रह्मर्षि‘ (Mahabrahmrishi) पद से काशी विद्वत परिषद व सप्तऋषियों ने अलंकृत किया है, इससे हम सभी गौरवान्वित हुए हैं और हम उनके दर्शनों के लिए बहुत आतुर हैं। इससे पहले अमेरिका, कनाडा, यूरोप तथा अन्य पश्चिमी देशों ने भी बीज मंत्र की महाशक्ति को स्वीकार किया है। वहां की सरकारें प्रभु कृपा के शक्तिशाली विज्ञान को देखकर आश्चर्यचकित हैं। विश्व की महाशक्ति अमेरिका ने परम पूज्य महाब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी को 29 अप्रैल 2022 को ‘मास्टर ऑफ बीज मंत्र’ व ‘स्कॉलर ऑफ स्प्रिचुअल साइंस’ अवार्ड दिया है, इससे भारतवासियों, साधु समाज तथा बुद्धिजीवियों के मन में असीम उत्साह का संचार हुआ है। सभी के मन में इस बीज मंत्रों के महासाधक व महामानव के दर्शनों की उत्कंठा है।

सेवा समिति के सदस्यों ने आगे बताया कि परम पूज्य महाब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी पूरे विश्व में प्रभु कृपा दुख निवारण समागमों के माध्यम से बीज मंत्र विज्ञान व अवध न महायोग के द्वारा दुख निवारण रहस्य प्रदान करते हैं जिससे तन, मन, धन के कष्टों से मुक्ति प्राप्त होती है तथा जीवन में खुशहाली आती है। जिन रोगों का इलाज मेडिकल साइंस नहीं कर पाई वह दुख निवारण पाठ से संभव हुआ है। समागमों में सुनाए गए अनुभव इसके साक्षात प्रमाण हैं। सारा विश्व सनातन संस्कृति और आयुर्वेद की ओर देख रहा है क्योंकि जिन रोगों का समाधान विश्व के डाक्टर और वैज्ञानिक वर्षों से खोज रहे थे उनका समाधान परम पूज्य महाब्रह्मर्षि श्री कुमार स्वामी जी ने सहजता से कर दिया है।

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